सार
दिल्ली-एनसीआर अरविंद सिंह लवली ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि वह अभी भी पार्टी को नहीं छोड़ रहे हैं। किसी अन्य पार्टी में शामिल नहीं हो रहे हैं। साथ ही, उन्होंने बताया कि उन्होंने पीड़ा के कारण प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़ा
विस्तार
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद, अरविंद सिंह लवली ने अपने घर के बाहर प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि मैंने केवल अध्यक्ष पद छोड़ा है। मैंने अभी तक पार्टी को नहीं छोड़ा है। किसी अन्य पार्टी में शामिल नहीं होऊंगा। उन्होंने इसे बताया कि पीड़ा के कारण अध्यक्ष पद छोड़ा है। वे अभी कार्यकर्ताओं से बात करेंगे। टिकट को लेकर इस्तीफे की बात गलत है। उनके साथ कांग्रेस नेता राजकुमार चौहान और नसीब सिंह भी मौजूद थे।
आज ही लवली ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है। वे कई दिनों से प्रदेश कार्यालय में नहीं आ रहे थे। उन्हें उत्तर पश्चिमी दिल्ली से राजकुमार चौहान को टिकट नहीं मिलने से नाराज़ थे। लवली ने मल्लिकार्जुन खरगे को चिट्ठी लिखकर इस्तीफा भेजा है। उन्होंने अपनी नाराजगी की वजह भी बताई है।
अरविंदर सिंह लवली ने कहा, “दिल्ली कांग्रेस इकाई उस पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ थी, जो कांग्रेस पार्टी के खिलाफ झूठे, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के एकमात्र आधार पर बनी थी। इसके बावजूद, पार्टी ने दिल्ली में AAP के साथ गठबंधन करने का फैसला किया।” लवली ने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस को सिर्फ तीन ही सीटें ही दी गईं। लवली इस बात को लेकर भी नाराज बताए जा रहे हैं कि इन तीनों सीटों में दो सीटें बाहरी व्यक्तियों को दी गई।